चले जाने दो

चले जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे,
इतनी चाहत के बाद जो मेरा ना हुआ वो किसी ओर का क्या होगा।।

वो मेरी न हुई

वो मेरी न हुई तो ईसमेँ हैरत की कोई बात नहीँ क्योँकि शेर से…
दिल लगाये बकरी की ईतनी औकात नही….!!