चले जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे,
इतनी चाहत के बाद जो मेरा ना हुआ वो किसी ओर का क्या होगा।।
Category: Bewafa
इश्क तुझ से
इश्क तुझ से बुरा नहीं कोई,
हर भले का बुरा किया है तूने।।
हजारों महफिलें है
हजारों महफिलें है और लाखों मेले हैं,
पर जहां तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं|
तुम सामने बैठी रहो
तुम सामने बैठी रहो,तुम्हारा हुस्न पिता रहूं,मौत जो आ गयी दरमियाँ,मरकर भी जीता रहूं|
हमे कहां मालूम था
हमे कहां मालूम था कि इश्क होता क्या
है…?
बस….
एक ‘तुम’ मिली और जिन्दगी….
मोहब्बत बन गई|
जिन्दगी जीने का मजा
जिन्दगी जीने का मजा तब तक जब तक वो जरा अधूरी रही,
मौका दूसरा हर किसी के मुकद्दर में हो ये जरूरी नहीं।।
अब ये न पूछना की..
अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ सेलाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ|
वो मेरी न हुई
वो मेरी न हुई तो ईसमेँ हैरत की कोई बात नहीँ क्योँकि शेर से…
दिल लगाये बकरी की ईतनी औकात नही….!!
जाओ तुम किसी और से
जाओ तुम किसी और से इश्क कर लो …
मुझे तो अमीर होने में थोडा वक्त लग जायेगा..
इस ज़मीं पर
इस ज़मीं पर तू खूब गा ले नदी
फिर समंदर में डूब जाना है|