आँखों की आवाज़

आँखों की आवाज़ कुछ और होती है,
आंसू की आग कुछ और होती है …
कौन चाहता है बिछड़ना अपनों से ,
पर किस्मत की बात कुछ और होती है |

कभी साथ बैठो

कभी साथ बैठो तो कहूँ की क्या दर्द है मेरा……
तुम दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहेगे …

आओ बताता हूँ…

आओ बताता हूँ…
अपने दर्द कॊ क्यों नही दर्शाता हूँ…
साहेब घर चलाना पड़ता है…
इसलिए हर अपमान अपना सह जाता हूँ…