भीड़ मे हर वक्त मुस्कुराते हुए चेहरे
हद से ज्यादा झुठ बोलते है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
भीड़ मे हर वक्त मुस्कुराते हुए चेहरे
हद से ज्यादा झुठ बोलते है !!
जो महकते हो तेरी मोहब्बत से…मैंने उन जज़्बात से मोहब्बत की है…
सबके कर्ज़े चुका दूँ मरने से पहले,ऐसी मेरी नीयत है…
मौत से पहले तू भी बता दे ज़िंदगी,तेरी क्या कीमत है.!!!
बहुत सोचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने…
ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही करते.!!!
हुई शाम उन का ख़याल आ गया
वही ज़िंदगी का सवाल आ गया…
तेरा रुतबा बहुत बुलंद सही,
……देख हम भी खुदा के बन्दे हैं.!!
ज़िंदगी भर नम रहीं आँखें तो क्या .
ले तेरे बिन भी गुज़ारा कर लिया…
कोई मेरे दिल में रहकर भी
बेखबर है मुझसे ||
एहसास ए मोहब्बत क्या है ज़रा हमसे पूछो ?
करवटें तुम बदलते हो नींद मेरी उड़ जाती है …
मुझे सम्भालने मे इतनी अहेतीयात मत कर ,
मै बिखर न जाऊ कहीँ तेरी हिफाजत मे..