चल हो गया

चल हो गया फ़ैसला कुछ कहना ही नहीं,
तू जी ले मेरे बग़ैर मुझे जीना ही नहीं।।

एक बात पूछें

एक बात पूछें तुमसे..

जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें..

जो इश्क़ हमसे शीखा था ..

अब वो किससे करते हो |

सोचा याद न करके

सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!

किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!

पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!

अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!