मेरी गुमशुदगी की जब तफ्शीश हुई,
मैं बरामद हुआ उनके ख्यालों में…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मेरी गुमशुदगी की जब तफ्शीश हुई,
मैं बरामद हुआ उनके ख्यालों में…
आसमां में उड़ने की चाह रखने वाले..
कभी जमी पर गिरने की परवाह नहीं करते !!
ऐ जिंदगी तू सच में बहुत खूबसूरत है…
फिर भी तू मेरे दोस्त के बिना अच्छी नही लगती..!!
धीरे धीरे बहुत कुछ बदल रहा है…
लोग भी…रिश्ते भी…और कभी कभी हम खुद भी…
अगर तू आंसू है तो फिर…..
मेरा भी रोना जरूरी है….
बड़ा मुश्किल है..जज़्बातो को पन्नो पर उतारना..
हर दर्द महसूस करना पड़ता है..लिखने से पहले..
तुम हो मुस्कान लबों की….
बाकी ज़िन्दगी खाली-ख़ाली…!!
अपनी चाहत के नाम कर लेना,
कोई उँचा मकाम कर लेना,
अगर किसी मोड़ पर मिलो मुझसे,
एक प्यारा सलाम कर लेना…
कैसे कह दूं,
कि थक गया हूं मैं…..
जाने किस-किस का,
हौसला हूं मै|
चाहतों के मोड़ पे…
कभी वो रुकी कभी मैं रुका…