डाल दिया नावों ने डेरा किनारे
कन्दील पानी में रात जलती रही |
Category: 2 Line Shayri
ये जान भी निकलेगी
ये जान भी निकलेगी थोड़ा इंतज़ार तो कर
तेरे इश्क़ ने मारा है बचूँगा नहीं|
हम न समझे थे
हम न समझे थे बात इतनी सी ,
ख्वाब शीशे के दुनिया पत्थर की…
क्या हो जब इश्क
क्या हो जब इश्क अकेलेपन से हो जाए..
साथ होना किसी का या ना होना इक सी बात हो जाए..!!
रिश्ता निभाना मुश्किल
रिश्ता निभाना मुश्किल नहीं,
बस थोड़ी सी वफ़ा चाहिए|
उठो तो ऐसे उठो
उठो तो ऐसे उठो, फक्र हो बुलंदी को भी..!!
झुको तो ऐसे झुको, बंदगी भी नाज़ करे..!!!
ज़मीं पर आओ
ज़मीं पर आओ फिर देखो हमारी अहमियत क्या है
बुलंदी से कभी ज़र्रों का अंदाज़ा नहीं होता|
याद आने की वज़ह
याद आने की वज़ह बहुत अज़ीब है तुम्हारी ….
तुम वो गैर थे जिसे मेने एक पल में अपना माना !!
समझा जिसे सिर्फ
समझा जिसे सिर्फ इक दिल का सौदा,
वो इश्क़ तो पूरा कारोबार निकला ।।
एक तज़ुर्बा है
हर एक लकीर एक तज़ुर्बा है जनाब .. ..
झुर्रियाँ चेहरों पर यूँ ही आया नहीं करती !!