सुनो ,कभी भीगना हो तुम्हे पानी में, मेरी इन
आँखों में चले आना यहाँ आये दिन सैलाब आते है…
Category: हिंदी
दूर रहकर भी
दूर रहकर भी तुम्हारी हर ख़बर रखतें हैं…हम पास तुम्हें कुछ इस कदर रखते है…
हम से सीखये
हम से सीखये रास्तो पे चलने का सलीका,
हम दुनीयाभर की ठोकरे खा कर बैठे है…
अब अँधेरों में
अब अँधेरों में जो हम ख़ौफ़-ज़दा बैठे है..
क्या कहें ख़ुद ही चराग़ों को बुझा बैठे है.!
बारिश की बूंदों में
बारिश की बूंदों में झलकती है तेरी तस्वीर,आज फिर भीग बैठे तुझे पाने की चाहत में !
दर्द की बिसात है
दर्द की बिसात है, मैं तो बस प्यादा हूँ,
एक तरफ ज़िन्दगी को शय है, एक तरफ मौत को भी मात है।
तुम तो लफ़्ज़ों को
तुम तो लफ़्ज़ों को यूँ जोड़ कर उन्हें शायरी कह देते हो,
मैने तो सुना था कि कुछ टूटे तो शायर बनता है… !!
अंजान अगर हो तो
अंजान अगर हो तो गुज़र क्यूँ नहीं जाते
पहचान रहे हो तो ठहर क्यूँ नहीं जाते|
अजीब क़र्ब है
अजीब क़र्ब है दिल से जुदा नही होता ।
तिरा वजूद क्यों मुझमे फ़ना नही होता है ।
बस एक तू ही हमारा ना हो सका जाना ।
वग़रना होने को दुनिया में क्या नही होता ।
चंद साँसें बची हैं
चंद साँसें बची हैं आखिरी बार दीदार दे दो,
झूठा ही सही एक बार मगर तुम प्यार दे दो,
ज़िन्दगी वीरान थी और मौत भी गुमनाम ना हो,
मुझे गले लगा लो फिर मौत मुझे हजार दे दो।