जो बेसब्र ना हो,
तो फिर वो मुहब्बत कैसी…..
Category: शायरी
सबको फिक्र है
सबको फिक्र है अपने आप
को सही साबित करने की..!
ज़िन्दगी, जिन्दगी नहीं
कोई इल्जाम हो जैसे..!!
सुब्ह सवेरे कौन सी
सुब्ह सवेरे कौन सी
सूरत फुलवारी में आई है
डाली डाली झूम उठी है
कली कली लहराई है ।
ख़ामोशियाँ जब चीखने लगें..
ख़ामोशियाँ जब चीखने लगें..
तो समझो ज़िंदगी रक़ीब हो चली है ख़ुद की|
मै रंग हुँ तेरे चेहरे का
मै रंग हुँ तेरे चेहरे का….
जितना तू खुश रहेगा
उतना ही मै निखरती जाऊँगी.!!
आज एक दुश्मन ने
आज एक दुश्मन ने
धीरे से कान में कहा..
यार इतना मत मुस्कुराया कर ,
बुहत जलन होती है ..!!
हमको महसूस किया जायेगा
हमको महसूस किया जायेगा
खुशबु की तरह ….
हम कोई शोर नहीं जो सुनाई देंगे !!
मेला लग जायेगा
मेला लग जायेगा
उस दिन शमशान में….
जिस दिन में चला
जाऊंगा आसमान में….!!
सच को तमीज़ नहीं
सच को तमीज़ नहीं बात करने की..
जुठ को देखो कितना मीठा बोलता है ।
तुझे मोहोब्बत भी
तुझे मोहोब्बत भी तेरी
औकात से ज्यादा की थी..
अब तो बात नफरत की है,
सोच तेरा क्या होगा !!