किसी और से

तुम किसी और से मालूम तो करके देखो,..
हम किसी ओर के कितने है और तुम्हारे कितने!!!

दिन जो गुज़रे

वो दिन जो गुज़रे तेरे साथ..
काश ज़िन्दगी उतनी ही होती.!!
मुझें छोड़कर वो खुश हैं …तो शिकायत
कैसी,
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं तो मोहब्बत
कैसी ?

आँधियों को ज़िद्द है

आँधियों को ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की,
मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की,
हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं, खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ,
अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ !!

मुस्कुराहट के पीछे

ए दोस्त….
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है…..
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है….
अपनी हँसी को होंटो से न जाने देना….
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पड़ी है….