कीसी ने बर्फ से पुछा की, आप इतने ठंडे क्युं हो ? बर्फ ने बडा अच्छा जवाब दिया :- ” मेरा अतीत भी पानी; मेरा भविष्य भी पानी…” फिर गरमी किस बात पे रखु ??
Category: शर्म शायरी
apni apni zabaan
Ishq ki daastaan he pyaare.. apni apni zabaan he pyaare..!
akela hi chala tha
Me akela hi chala tha janibe-e-manzil magar.. Log sath aate gaye aur karavan banta gaya..!
काश कही से
काश कही से मिल जाते वो अलफ़ाज़ हमे भी, जो तुझे बता सकते कि हम शायर कम, तेरे आशिक ज्यादा हैं…..!!
किसी को राह
किसी को राह दिखलाई किसी का ज़ख्म सहलाया किसी के अश्क जब पोंछे तब इबादत का मज़ा आया|
ruk se jate hain
Kadam ruk se jate hain phool biktey dekh kr….. wo aksar kaha krte the mohabbat phool jaisi hai…
घड़ी की फितरत
घड़ी की फितरत भी अजीब है, हमेशा टिक-टिक कहती है, मगर,…. ना खुद टिकती है और ना दूसरों को टिकने देती है !
दिल ज़िद्दी सा
ख्वाहिश भले छोटी सी हो… लेकिन.! उसे पूरा करने के लिए दिल ज़िद्दी सा होना चाहिए..!!
इश्क ओर दोस्ती
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी, पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है
छोटे से दिल में
छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें, कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है