जख्मों को अपने अब ढक कर चलता हूँ…
आजकल लोगों के लहजों में ही नमक झलकता है…!!
Category: वक़्त शायरी
मिट जाते है वो
मिट जाते है वो
औरों को मिटाने वाले
.
लाश कहा रोती है?
रोते हैं जलाने वाले
हसरतें मचल गयी
हसरतें मचल गयी जब तुमको सोचा एक पल के लिए;
सोचो दीवानगी तब क्या होगी,जब तुम मिलोगे मुझे उम्र भर के लिए…..
कुछ पाने की
कुछ पाने की बेचैनियाँ भी होनी चाहियें दिल में
वरना जीने का क्या फायदा…
क्यो नही मिलता
क्यो नही मिलता कोई शक्स अपने जैसा
यूँ तो इस दुनिया में क़िरदार बहुत है…
अब तुमको भूल
अब तुमको भूल जाने की कोशिश करेंगे हम…
…
तुमसे भी हो सके तो ना आना, मेरे ख्यालों में !
सुनो, ठिकाने लगा दो
सुनो, ठिकाने लगा दो मुझे,
अब कोई ठिकाना नही मेरा।
तुम्हारे लिए बस दुआ ही
तुम्हारे लिए बस दुआ ही निकली थी इन लबों से,
सोचो जो बदुआ आई, कुछ तो बात रही होगी।
सबसे मुश्किल होता हैं
सबसे मुश्किल होता हैं उन जाने लोगो से बात करना, अंजानो की
तरह।
वो अनजाने लोग जिनपर कभी जान लुटाया करते थे।
हर बात में हारता था
हर बात में हारता था मैं उस से,
उसे भी हार गया मैं उसी से।