विपत्ति का जीवन मे आना । “पार्ट ओफ लाइफ” है।और और उस विपत्ति में मुस्कुरा कर शांति से बाहर निकलना।
Category: वक़्त शायरी
टुकड़े टुकड़े होकर
उनकी नफरत भरी नज़रों के तीर तो बस
हमारी जान लेने का बहाना था
दिल हमारा टुकड़े टुकड़े होकर बिखर गया
पूरी महफ़िल बोली वाह ! क्या निशाना था
अच्छे लोग खामोश है।
ये दुनिया इसलिए बुरी नही के
यहाँ बुरे लोग ज्यादा है।
बल्कि इसलिए बुरी है कि यहाँ
अच्छे लोग खामोश है।।
मुझे मालूम है
मुझे मालूम
है कुछ रास्ते
कभी मंजिल तक नहीं जाते
फिर भी मैं चलता रहता हू
क्यूँ कि उस राह में कुछ
अपनों के घर भी आते है …!!
आइना है ये जिंदगी
आइना है ये जिंदगी मेरे दोस्त !
तू मुस्कुरा जिंदगी भी मुस्कुरा देगी|
बादशाह तब बनुगाँ
शायरी का बादशाह तब बनुगाँ मैं जिसके लिए
लिखता हुँ वो शक्स खुद आकर कहे:-
” वा शायर बापु गजब”
ख़्याल भीग गये..
बूँदे कुछ यूँ गिरी,
क़ि कुछ ख़्याल भीग गये…
मरने के बाद भी
लड़कियों से क्या दोस्ती करना ,
जो पल भर में छोड़ जाती है ,
दोस्ती करनी है तो लड़को से करो ,
जो मरने के बाद भी कंधे पे ले जाते है |
कहाँ खर्च करूँ
कहाँ खर्च करूँ , अपने दिल की दौलत…
सब यहाँ भरी जेबों को सलाम करते हैं..!!……..
सारी दुनियाँ के
सारी दुनियाँ के ’बदलने’ से हमे फर्क नहीं पड़ता,,,,
बस कुछ ’अपनों’ का ’बदलना’ अजीब लगता है।…