मेरी झोली में

मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त,

क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!

हुस्न भी तेरा

हुस्न भी तेरा,

अदाएं भी तेरी,

नखरे भी तेरे,

शोखियाँ भी तेरी,

कम से कम इश्क़ तो मेरा रहने दे…