पानी मर्यादा तोड़े तो “विनाश”
“और”
वाणी मर्यादा तोड़े तो “सर्वनाश”
Category: व्यंग्य
मीठा बोलने वाले
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी
भी डंख मारने से नहीं चुकती
इसलिए होंशियार रहें…
बहुत मीठा बोलने वाले भी
‘हनी’ नहीं ‘हानि’ दे सकते है
बिछड़ गयी ज़िन्दगी
वो मुझ से बिछड़ी तोह बिछड़ गयी ज़िन्दगी मुझसे,
मैं ज़िंदा तो रहा मगर जिन्दो में ना रहा………….
मोहब्बत डूब गयी
ये साहिल पर बिखरे हुए फूल
उफ्फ्फ
न जाने आज फिर किसकी मोहब्बत डूब गयी………
You are truly mine
I want to go to sleep at night, wake up every day,
and breathe knowing you are truly mine…
अच्छी होती है
शोहरत अच्छी होती है,
गुरूर अच्छा नहीं होता..
अपनों से बेरुखी सेे पेश आना,
हुज़ूर अच्छा नहीं होता !!
प्यार का अंदाज़
खुबसूरत हो लेकिन प्यार का अंदाज़ नहीं….
यही कमी हैं तुझमें के तेरा कोई हमराज नहीं
मैं दिया हूँ
मैं दिया हूँ ….
दुश्मनी तो सिर्फ़ अँधेरे से है मेरी ….
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ़ है …!!
चाहने की आदत
बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में,
लेकिन, तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली..
मुक़द्दर की बात है
मेरी तबाहियों में तेरा हाथ है मगर…
मैं सबसे कह रहा हूँ मुक़द्दर की बात है..