आग लगी थी

आग लगी थी मेरे घर को,
किसी सच्चे दोस्त ने पूछा..!
क्या बचा है ?
मैने कहा मैं बच गया हूँ..!
उसने हँस कर कहा फिर साले जला ही क्या है..

जरूरी नहीं

आज का ज्ञान

अगर कोई दस बजे उठे…
तो जरूरी नहीं कि वो…
‘आलसी’ हो……….

हो सकता है उसके ‘सपने’ बड़े हों…!!

हर इसांन की

हर इसांन की ख्वाहिश होती है
कि सब

उसे पहचाने
,

पर
,
ये भी चिंता सताती है,
कि कोई सही में पहचान न ले…

फोड़ देती है

फोड़ देती है अपना

गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये

भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है