शिकायते तो बहुत है तुझसे ए जिन्दगी;
पर जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नही….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शिकायते तो बहुत है तुझसे ए जिन्दगी;
पर जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नही….
हार की परवाह करता,तो मै जीतना छोड़ देता…लेकिन “जीत” मेरी ‘जिद’ है,और जिद का मै बादशाह हूँ…!
भूख मिटाने की खातिर,
हमने सपने बेच दिये…?
माँ ने कुछ पैसे, आटे के डिब्बे में छुपाए थे…..
ख्वाब कुछ मेरे ,ऐसे पकाए थे.
बरबाद कर दिया हमें परदेस ने मगर
माँ सबसे कह रही है कि बेटा मज़े में है
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को .. !!
जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे .. !!
आत्मबल जिनके अन्दर होता है उनके सामने बीमारियाँ ,चिन्ता और असफलताएँ हार जाती है पर आत्मबल प्रभु भक्ति से हीआता है”
एहसास जब जुड़ते है तब भी महसूस होते है
एहसास जब टूटते है तब रूह को चीर देते है”
जब से खुद से समझोता किया है
मानों हर पल टूट रहा हूँ मैं..
काश कोई तो पैमाना होता मोहब्बत नापने का
तो शान से तेरे सामने आते सबुत के साथ