अहमियत देता हूँ

मैं अपनी ‘ज़िंदगी’ मे हर किसी को
‘अहमियत’ देता हूँ…क्योंकि
जो ‘अच्छे’ होंगे वो ‘साथ’ देंगे…
और जो ‘बुरे’ होंगे वो ‘सबक’ देंगे…!

यादों का तकिया

तेरी यादों का तकिया, लगाता हूँ जब भी सिरहाने,
उदासियां आ जाती है, तन्हाइयों की चद्दर उढाने..

गजब की जगह है

यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो….

जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर ‘भीख’ मांगता है…!!