Janab mat puchiye hadd hamari gustakhiyan ki, hum aaina zameen par rakh kar aasman kuchal diya karte hain….
Category: व्यंग्य शायरी
अहमियत देता हूँ
मैं अपनी ‘ज़िंदगी’ मे हर किसी को
‘अहमियत’ देता हूँ…क्योंकि
जो ‘अच्छे’ होंगे वो ‘साथ’ देंगे…
और जो ‘बुरे’ होंगे वो ‘सबक’ देंगे…!
कोइ बिखर जाता है
बुरा वक्त सब पर आता है,
कोइ बिखर जाता है,
तो कोइ निखर जाता है…
उसके ना होने से
उसके ना होने से कुछ
भी नहीं बदला यारों …
बस कल जहाँ दिल होता था,
आज वहाँ दर्द होता हैं …
बड़े ही शौक से
ज़िन्दगी को बड़े ही
शौक से जिया है हमने,
तुमसे मिले तो पलों में
ज़िन्दगी को पा लिया…
यादों का तकिया
तेरी यादों का तकिया, लगाता हूँ जब भी सिरहाने,
उदासियां आ जाती है, तन्हाइयों की चद्दर उढाने..
Tu Kya Jaane
Tu Kya Jaane Hamare Pyar Ki Gehraai Ko…!
Hum Sath Hote Hain To Wafa Karte Hain..
Aur Jab Door Hote Hain To Dua Karte hain…!!
Band mutthi se
Band mutthi se girti huyi rait ki tarah,
Bhulaa diya tum ne to zara zara kar k…!!
गजब की जगह है
यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो….
जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर ‘भीख’ मांगता है…!!
लोगों से रिश्ता
मुझमें खामियाँ लाख होंगी,
मगर एक खूबी भी है,
मै लोगों से रिश्ता मतलब के लिए नहीं रखता…