क्या खूब मेरे

क्या खूब मेरे क़त्ल का तरीका उन्होंने इजाद किया

मर जाऊं हिचकियों से, इस कदर उन्होनें हमें याद किया

नमक की तरह

नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता
है, इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े !