ज़िंदगी में बस दो गलतियां कर दी..
खुशियाँ नशे के नाम,
और उदासी होश के नाम कर दी।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज़िंदगी में बस दो गलतियां कर दी..
खुशियाँ नशे के नाम,
और उदासी होश के नाम कर दी।
Ruki hui thi meri
sans mere sine me …
use gale na lagate to ghut ke mar jate….
सोचते हे सीख ले हम भी
बेरुखी करना,
प्यार निभाते-२ अपनी ही कदर खो दी हमने।
झूठ बोलते है वो लोग जो
कहते हैं, हम सब मिटटी से
बने हैं…!!
मैं एक शख्स से वाकिफ हूँ, जो पत्थर का बना हैं….!!
कोई ज़हर कहता है कोई
शहद कहता है….
दोस्त,
कोई समझ नही पाया ज़ायका मोहब्बत का ।
गुज़र जायेगी ये ज़िन्दगी उसके
बगैर भी..
…
वो हसरत-ऐ-ज़िन्दगी है, शर्त-ऐ-ज़िन्दगी तो नहीं ।
उस देश में औरत का मरतबा
कैसे बुलंद हो सकता है,
जहाँ मरदों की लड़ाई में गालियां मां -बहन की दी
जाती है.!!
तू याद रख या ना रख,
तू
ही याद हे, ये याद रख….
दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफरत
किजिये हमसे…
हम सच्चे जज्बातो की बडी कदर करते हैं
SUNO!
Yoon Chup se Na Raha Karo,
Khamosh Agar Ho Jate Ho,
Kuch WEHM sa Honay Lagta Hai,
Kahin Khafa to Nahi Ho,
Kahin UDAAS to Nahi Ho,
Tum Bolte
Achy Lagti Ho,
Tum Daant-Te Achy Lagti Ho,
Kabi Shararat se
Kabi
Ghussay se
Tum Hunstay Achy Lagte ho