सर क़लम होंगे कल यहाँ उन के
जिन के मुँह में ज़बान बाक़ी है|
Category: लव शायरी
तेरा प्यार मुझको
तेरा प्यार मुझको तड़पाता ही रहता है!
तेरा ख्वाब मुझको तरसाता ही रहता है!
बन चुकी है जिन्द़गी जुल्मों-सितम की यादें,
मेरा नसीब मुझको तो रुलाता ही रहता है!
एक उम्र है
एक उम्र है जो तेरे बगैर
गुजारनी है.,
और एक लम्हा है जो तेरे बगैर
गुजरता नहीं……….
थी विरह की रात
थी विरह की रात वो और दर्द बेशुमार था…!!!
रोते रोते हँस दिया न जाने कैसा प्यार था…!!!
ज़िन्दगी जब चुप सी
ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है मेरे खामोश सवालो पर
तब दिल की जुबाँ स्याही से पन्नें सजाती है|
नाउम्मीदी में बिखर जाओ तो
नाउम्मीदी में बिखर जाओ तो बटोर लो खुद को
कि अँधेरी रात के हिस्से में भी एक चाँद होता है।
अब ये न पूछना की..
अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ सेलाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ|
चलो इश्क़ में
चलो इश्क़ में कुछ यु अंदाज़ अपनाते हैं
तुम आँखें बंद करो हम तुम्हे सीने से लगाते हैं|
देख के दुनिया को
देख के दुनिया को हम भी बदलेंगे अपने मिज़ाज ए ज़िन्दगी ….
..राब्ता सबसे होगा वास्ता किसी से नहीं|
ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को
ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे
को सलाम…
मंजिल पता है के मौत है
फिर भी दौड रही है….।।