दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए,
सामने आइना रख लिया कीजिए…
Category: लव शायरी
हम भी वही होते हैं
हम भी वही होते हैं,
रिश्ते भी वही होते हैं,
और रास्ते भी वही होते हैं,
बदलता है तो बस…..
समय, एहसास, और नज़रिया…!!
तुम्हारे बिन न जाने क्यों
तुम्हारे बिन न जाने क्यों सफ़र अच्छा नहीं लगता
बड़ा दिलकश है हर मंजर मगर अच्छा नहीं लगता
तुम्हारे बिन न जाने क्यों सफ़र अच्छा नहीं लगता
और
जमाने भर की सारी नेमतें मौजूद हो लेकिन
जमाने भर की सारी नेमतें मौजूद हो लेकिन
अगर बेटी ना हो घर में घर अच्छा नहीं लगता…
ख्वाहिशों को बेलगाम मत छोड़ो।
ख्वाहिशों को बेलगाम मत छोड़ो।ये बाग़ी हो जाएं तो हराम,हलाल,जाएज़,नाजायज़ कुछ भी नहीं देखतीं।
सब्र तहज़ीब है
सब्र तहज़ीब है हमारी,तुम क्या समझते हो हम बेजुबां है।
गहरी बातें समझने के लिए
गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है,
और
गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो
उसने जब फूल को
उसने जब फूल को छुआ होगा
होश, खुशबू के उड़ गए होंगे|
पथ के पहचाने छूट गए
पथ के पहचाने छूट गए,
पर साथ साथ चल रही याद।
जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला,
उस उस राही को धन्यवाद।।
आभारी हूँ मैं उन सबका,
दे गए व्यथा का जो प्रसाद।
जिस जिससे पथ पर स्नेह मिला,
उस उस राही को धन्यवाद।।
जो उड़ गये परिन्दे
जो उड़ गये परिन्दे उनका अफसोस क्या करुँ…
यहाँ तो पाले हुये भी गैरो की छत पर उतरते है…
किताब बदलने की
मैं इतनी छोटी कहानी भी न था,
तुम्हें ही जल्दी थी किताब बदलने की।।