बहुत कमियाँ निकालते हैं

बहुत कमियाँ निकालते हैं हमदूसरों में अक्सर….!! आओ एक मुलाक़ात ज़रा आईने से भी कर ले…

आज वो मिली

आज वो मिली ….. जो नींद में आकर…नींद से उठा देती थी…!!!

उम्मीद न कर

उम्मीद न कर इस दुनिया मेँ, किसी से हमदर्दी की..! बड़े प्यार से जख्म देते हैँ, शिद्दत से चाहने वाले!!

आदत न डालो…

नीँद को इंतजार की आदत न डालो……….. .. जो रूठ गई तो मुश्किल होगी.!!!!!!!

ख्वाब मत बना

ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते.. साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडूंगा…!

मेरी तो बस

मेरी तो बस एक छोटी सी ख्वाहिश है, की तुम्हारी कोई ख्वाहिश अधूरी ना रहे…

जब इत्मीनान से

जब इत्मीनान से, खंगाला खुद को, थोड़ा मै मिला, और बहुत सारे तुम…

वो रूह में

वो रूह में उतर जाये तो पा ले मुझको इश्क़ के सौदे मैं जिस्म नहीं तौले जाते|

हिचकियों में वफ़ा को

हिचकियों में वफ़ा को ढूँढ रहा था मैं..! कमबख्त गुम हो गई…दो घूँट पानी से .. !!

बात हुई थी

बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की.. बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गए..

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