तुमको तो तुम्हारी ये नजर ले बैठेगी हमको ये मोहब्बत बेखबर ले बैठेगी
Category: मौसम शायरी
दिल की हेराफेरी
दिल की हेराफेरी संभलकर कीजिये हुजूर.. अंजाम ऐ मोहब्बत जुर्म बड़ा संगीन होता है
तू मेरी क्या लगती है
कभी राजी तो कभी मुझसे खफ़ा लगती है ……… जिंदगी तू ही बता , तू मेरी क्या लगती है
तेरे जाते ही
तेरे जाते ही चेहरे पे उदासी आन बैठी है,मैं जिनमें मुस्कुराता हूँ वो सब फोटो पुराने है !!
मैंने कब तुझसे
मैंने कब तुझसे तेरे जाने की वजह पूछी है,पर मुझे छोड़ने से पहले कोई इलज़ाम तो लगा !!
तमन्ना बस इतनी है
तमन्ना बस इतनी है अफ़सोस हो तुम्हें.. छोड़ा है तुम ने बहुत आसानी से मुझे..
हम जिनसे प्यार करते है
हम जिनसे प्यार करते है उनसे नाराज हो सकते है, लेकिन नफ़रत कभी नहीं कर सकते !!
ना तोल मेरी मोहब्बत
ना तोल मेरी मोहब्बत अपनी दिल लगीं से, देख कर मेरी चाहत को तराजू टूट जाते हैं
नाज़ुक मिजाज है
नाज़ुक मिजाज है वो परी कुछ इस कदर.. पायल जो पहनी पाँव मै तो छम-छम से डर गई..
वहाँ तक तो साथ चलो
वहाँ तक तो साथ चलो ,जहाँ तक साथ मुमकिन है , जहाँ हालात बदल जाएँ , वहाँ तुम भी बदल जाना …