ग़ैरों से मतलब नहीं

ग़ैरों से मतलब नहीं, ख़ुद का ही है ध्यान।
अपने-अपने स्वार्थ में, मस्त सभी इंसान।।

दूर – दूर रहते सभी, कोई यहाँ न पास।
बोली में अलगाव है, चेहरे पड़े उदास।।

हम चुप है

हम चुप है तो हमें चुप ही रहने दो..!!
हम जिद पर आ गए तो जमाने से छीन लेंगे तुम्हें….!!!!