वर्षों का सफर खाक हुआ उस दिन….
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जब उसनें पूँछ लिया …
” कहो कैसें आना हुआ ????
Category: बेवफा शायरी
बिना हासिल किये किसी को चाहना
हासिल करके मुहोब्बत तो हर कोई कर सकता है..
बिना हासिल किये किसी को चाहना कोइ हमसे पूछे..
वो शाम जो अब तक उधार है
उसने पूछा कि कौन सा तोहफा है मनपसंद,
मैंने कहा वो शाम जो अब तक उधार है…
तुझसे मोहब्बत थी मुझे बेइन्तहा लेकिन
तुझसे मोहब्बत थी मुझे बेइन्तहा लेकिन,
अक्सर ये महसूस हुआ तेरे जाने के बाद
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब
कभी हम टूटे तो कभी ख्वाब टूटे,
ना जाने कितने टुकड़ो में अरमान टूटे.
हर टुकड़ा एक आइना हैं ज़िन्दगी का,
हर आईने के साथ लाखों जज़्बात टूटे..
मेरी साँसें तेरी मोहताज है
मेरी साँसें तेरी मोहताज है…
तेरा दीदार … उधार दे दे …
बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला
नज़र से दिल में मुहब्बत उतारने वाला..
बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला..
महसूस जरुर होते हैँ
बदलता मौसम…..
बदलते रिश्ते….
और बदलते लोग……
दिखते भले ना हो ……
महसूस जरुर होते हैँ……
तुझें भूलना भी एक तरीके की जीत हैं मेरी
तुझें भूलना भी एक तरीके की जीत हैं मेरी
क्यूँकि इतनी मेहनत मैंने तुझे पाने के लिए भी नहीं की थी
ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले
ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले,
सारी वफ़ाएँ भुला देते हैं ….