ज़िन्दगी दो पल की

ज़िन्दगी दो पल की तो क्यों ना इसे इस तरह जिया जाये की जो भी मिले उसे ख़ुशी और बिछड़ने वाले के दिल में याद बन कर रह
जाये |

हर लम्हे को कैद हैं

हर लम्हे को कैद हैं इन आँखों में
ये रात की ख़ामोशी में दिखाई देते हैं
लेकिन ये सूरज की किरणें हमें
आने वाले पल का संकेत देती हैं
खुली बाहों से इनका सत्कार करो
यही तो जीवन में रंग भरती हैं |