खुश रहा करो

खुश रहा करो,
क्यों कि
परेशान होने से कल की
मुश्किल दूर नहीं होती,
बल्कि आज का सुकून भी
चला जाता है..!!!

आवाज को नहीं

आवाज को नहीं , अपने अलफ़ाज़ को ले जाओ बुलंदी पर ।।।
बादलों की गरज नहीं , बारिश की बौछार फूल खिलाती है ।।।

किसके लिए

“जीत” किसके लिए,
‘हार’ किसके लिए,
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए..
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन यहाँ से ,

फिर ये इंसान को इतना “अहंकार” किसके लिए..