तू रख वो हौसला

तू रख वो हौसला वो मंजर भी आएगा,
प्यासे के पास चल कर समुन्दर भी आएगा,
थक हार के ना रूकना- ए- मंजिल के मुसाफिर,
मंजिल भी मिलेगी मिलने का मजा भी आएगा..

आइना फिर आज

आइना फिर आज रिश्वत लेते पकड़ा गया…
दिल में दर्द था, फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया….!

बारिश में रख दो

बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को,
कि धुल जाए स्याही,
ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का
मन करता है कभी- कभी।।