जख्म तो हम भी

जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं
मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं!

अज़ीज़ भी वो हैं

अज़ीज़ भी वो हैं , नसीब भी वो हैं दुनिया की भीड़ मैं करीब भी वो हैं उनके आशीर्वाद से हैं चलती ज़िन्दगी खुदा भी वो हैं और तकदीर भी वो हैं!