तू नही तो

तू नही तो तो तेरे बिन दस बीस भी हो तो क्या
इक्कीस हो बाईस हो तेईस हो तो क्या…

तरक्की की फसल

तरक्की की फसल हम भी काट लेते,
थोडे से तलवे अगर हम भी चाट लेते….

हाँ ! बस मेरे लहजे में “जी हुजूर”न था,
इसके अलावा मेरा कोई कसूर न था..

अगर पल भर को भी मैं बे-जमीर हो जाता,
यकीन मानिए,मै कब का वजीर हो जाता…..

तेरी आरजू न गयी

तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी, मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी,
इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने, मगर तेरे प्यार की आरजू न गयी…