अब तो हम तेरे लिए अजनबी हो गये
बातो के सिलसिले भी कम हो गये
खुशियो से ज़्यादा हमारे पास गम हो गये
क्या पता ये वक़्त बुरा है
या बुरे हम हो गये…!!!
Category: प्यार शायरी
मुझे आजमाने वाले
मुझे आजमाने वाले
शख्स तेरा शुक्रिया
मेरी काबिलियत निखरी है
तेरी हर आजमाइश के बाद…
वो लोग भी चलते है
वो लोग भी चलते है आजकल तेवर बदलकर जिन्हे हमने ही सिखाया था चलना संभल कर..
लाख तलवारे बढ़ी
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ; सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे.
बूँदों का सबब
बूँदों का सबब समझ सकता है वही
जो वाकिफ हो भींग जाने के हुनर से!!
वो बदजुबां हुए
वो बदजुबां हुए
हम बेजुबाँ..
इतनी सी दास्ताँ थी
बदगुमानी में खत्म हो गई !
थक कर बैठ जाती हैं
थक कर बैठ जाती हैं ख्वाइशें भी कभी कभी
धूप और छाँव का खेल जब खेलती है जिंदगी|
कभी साथ बैठो
कभी साथ बैठो तो कहूँ की क्या दर्द है मेरा……तुम दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहूँगा……
दिल बेजुबान है
दिल बेजुबान है तो क्या,
तुम यूँ ही तोड़ते रहोगे !!
मोहब्बतो के दिनों की
मोहब्बतो के दिनों की यही खराबी है
ये रूठ जाएँ तो लौट कर नहीं आते|