आज इतना ज़हर पिला दो की मेरी साँस ही रुक जाये,
सुना है साँस रुकने पर बेवफा भी देखने आती है ।
Category: प्यार शायरी
उम्र भर का
कौन देता है उम्र भर का सहारा
लोग तो जनाजे में भी कंधे बदलते रहते हैं
खुला रखता हुँ
दिल के दरवाजों को हमेशा ही खुला रखता हुँ,
कहा है उसने
“देर लगेगी पर आयेंगी जरूर”