ऑनलाइन खरीदी रोके
परिवार के साथ बहार निकले
बाजार में रौनक होगी।
और पैसा बाहर नहीं जायेगा
भारत में रहेगा
मरते बाजार को जीवन दान दे।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ऑनलाइन खरीदी रोके
परिवार के साथ बहार निकले
बाजार में रौनक होगी।
और पैसा बाहर नहीं जायेगा
भारत में रहेगा
मरते बाजार को जीवन दान दे।
बात करने से ही बात बनती है..
बात ना करने से, बातें बन जाती है ..!
बेशक ही वो शतरंज में माहिर रहे होंगे
क्योंकि उनकी चाल पर हजारो फ़िदा है
अफवाह थी…
कि मुझें इश्क हुआ है…
लोगों ने पूछ पूछ कर आशिक बना दिया…
કેમ આ યાદો ની આંધી ઓ થોભતી નથી..
અરે જો ને …
કે આ જીંદગી તારા વિના જરાય શોભતી નથી
तन्हाई’ लिखते समय तुम मेरे सबसे पास थी
देना हो साथ तो जिंदगी भर का देना ऐ दोस्त
लम्हों का साथ तो जनाजा उठाने वाले भी दिया करते है।
ना जिकर करो मेरी अदा के बारे मे,
हम भी जानते है सब कुछ वफा के बारे मे,
सुना है वो भी मोहब्बत का शौक रखते है,
जिन्हे खबर ही नही कुछ वफा के बारे मे …
बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं बिन मिले
तेरा हाल बना सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है
की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं
कुछ अलग सा है अपनी मौहबत का हाल…
तेरी चुपी और मेरा सवाल ….!!!!