खुद से भी मिल न सको, इतने पास मत होना
इश्क़ तो करना, मगर देवदास मत होना…!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
खुद से भी मिल न सको, इतने पास मत होना
इश्क़ तो करना, मगर देवदास मत होना…!
उसके होने भर से, होती है रोशनी…
माँ साथ है तो, हर रोज़ ईद
और दिवाली है|
ये है ज़िन्दगी, किसी के घर आज नई कार आई,
और किसी के घर मां की दवाई उधार आई..
न जाने किस हुनर को शायरी कहते होगेँ लोग…
हम तो वो लिख़ रहे हैँ जो कह ना सके उससे…
रात गुज़र जाती है तेरी यादों में अक्सर,
सुबह मसरूफ हो जाते हैं फिर से तुझे भुलाने में!
इश्क के समुन्दर मे वही उतरे,
जिसे किश्तों में मरने की सज़ा मंजूर हो…
ज़िन्दगी भी खूबसूरत चीज़ है
बस किसी से इश्क़ होना चाहिए …..!!
तूने जिंदगी का नाम तो सुना होगा ..
मैने अक्सर तुम्हे इसी नाम से पुकारा है|
मुहब्बत कहानियों में थी
तुम सच में ढूंढने निकल पड़े हो|
बहुत
गहरे ख्यालों में,
मोहब्बत के हवालों में….!
तेरा नाम आ जाना मुझे अच्छा सा लगता है….!!