उसका वादा भी

उसका वादा भी अजीब था..कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे,

मैंने भी ये नहीं पुछा कीमोहब्बत के साथ या यादों के साथ..!!

सांस थम जाती है

सांस थम जाती है
पर जान नहीं जाती
दर्द होता है पर
आवाज़ नहीं आती
अज़ीब लोग है
इस ज़माने में
कोई भूल नहीं पता और
किसी को याद नहीं आती

इस से पहले कि

इस से पहले कि बेवफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ए दोस्त हम जुदा हो जाएँ

तू भी हीरे से बन गया पत्थर
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाएँ|