ना हिंदू बुरा है, ना मुसलमान बुरा है, ना गीता बुरी है, ना कुरान बुरा है, ना खुदा बुरा है, ना भगवान बुरा है, नफ़रत फैलाने वाला, हर शैतान बुरा है..!!
Category: पारिवारिक शायरी
हँसी किसी की
मुस्कुराओ….. क्योंकि आपकी हँसी किसी की ख़ुशी का कारण बन सकती है।
परिवार में रिश्ते
परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है
पहली शर्त है
मुस्कुराओ…. क्योंकि यह मनुष्य होने की पहली शर्त है। एक पशु कभी भी नहीं मुस्कुरा सकता।
क्रोध में दिया
मुस्कुराओ….. क्योंकि क्रोध में दिया गया आशीर्वाद भी बुरा लगता है और मुस्कुराकर कहे गए बुरे शब्द भी अच्छे लगते हैं।
जिन्दगी की अच्छी चीजें
कहीं ऐसा ना हो कि जिन्दगी की अच्छी चीजें, आपकी जिन्दगी की सबसे अच्छी चीज को ख़त्म कर दे..
देखा जो तीर
देखा जो तीर खा के, दुश्मनों की तरफ़.. अपने ही दोस्तों से मुलाकात हो गई..
अजीब सी बस्ती
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा जहाँ लोग मिलते कम, झांकते ज़्यादा है…
माँ-बाप घर पर है
वो अनजान चला है जन्नत को पाने की खातिर बेख़बर को इत्तला कर दो की माँ-बाप घर पर है|
थोडा नादान हूँ
थोडा नादान हूँ, कभी कभी नादानी कर जाता हूँ, किसी का दिल दुखाना मेरी फितरत नही है…. …