चंद लाइने मेरे प्यारे से दोस्तों के नाम:-
“क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं, “दोस्त”
“क्यूँ गम को बाँट लेते हैं, “दोस्त”
“न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है।
“फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं, “दोस्त”
Category: दोस्ती शायरी
अपना ख्याल रखना
जरा अपना ख्याल रखना दोस्तो,
सुना है, इश्क इसी महीने में शिकार करता है।
वकील से ताल्लुक
किसी मोहब्बत वाले वकील से ताल्लुक हो तो
बताना दोस्तों ……?
मुझे अपना महबूब अपने नाम करवाना हैं॥
एक सिक्का उछालना
कभी हमारी दोस्ती के बारे में शक हो तोअकेले में एक सिक्का उछालना…..अगर हेड आया तो हम दोस्त
और टेल आया तो पलट देना यार अकेले में कौन देखता है……..
चल ए दोस्त
मौसम बहुत सर्द है❕
चल ए दोस्त …
गलतफहमियो को..
आग लगाते है‼
आँसू निकल आते हैं
जिसकी किस्मत मे लिखा हो रोना दोस्तो
वो मुस्कुरा भी दे तो आँसू निकल आते हैं.
जिंदगी के बारे में
क्या लिखूँ ,अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों..!!
वो लोग ही बिछड़ गए,,’जो जिंदगी हुआ करते थे..!!
साँसों की पतंगें
कटी जाती है साँसों की पतंगें हवा तलवार होती जा रही है,
गले कुछ दोस्त आकर मिल रहे हैं छुरी पर धार होती जा रही है…!!!
दरवाज़े बड़े करवा लिए
दरवाज़े बड़े करवा लिए हैं अब हमने भी अपने आशियानेके…
क्योंकि कुछ दोस्तों का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाकर..!!
प्यारे से दोस्त
एक काम करना,थोड़ी सी मिट्टी लेना,
उससे दो प्यारे से दोस्त बनाना।
इक तुझ जैसा….एक मुझ जैसा….
फिर उनको तुम तोड़ देना।
फिर उनसे दोबारा दो दोस्त बनाना,
इक तुझ जैसा…एक मुझ जैसा…
ताकि तुझ में कुछ-कुछ मैं रह जाऊँ
और मुझ में कुछ-कुछ तुम रह जाओ।
कुछ तुम जैसा कुछ मुझ जैसा..