होती नहीं है

होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है|

महफ़िल में कुछ

महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है;
ग़म छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है;
कभी हम भी उनके अज़ीज़ थे;
आज-कल ये भी उन्हें याद दिलाना पड़ता है।

अब ना रही

मुझमे मासूमियत अब ना रही जनाब…
मैने बचपन के ख्वाब बड़े होकर टुटते देखे है|