लौट आया हूँ

लौट आया हूँ मैं फिर ख़ामोशी की क़ैद में … !
.तुम्हें दिल से आवाज़ देने की यही सजा हैं मेरी…

लौट आओ ना…

लौट आओ ना…
और आकर सिर्फ
इतना कह दो…

मैं भटक गई थी,
थी भी तुम्हारी और
हूँ भी तुम्हारी ही…।