काश तुझ पर भी लागू होती आर.टी.आई,
ऐ जिन्दगी….तुझसे बहुत से जवाब चाहिए…!!!
Category: दर्द शायरी
कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी
कितनी मासूम सी है तमन्ना आज मेरी ,
कि नाम अपना तेरी आवाज़ से सुनूँ…..!!
अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना
अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना,
दाेस्त
लोग अक्सर दूसरों का सामान खो देते हैं..!!
बेरंग लिफाफों में लिपटे खत
बेरंग लिफाफों में लिपटे खत,खतों में लेखक के हिस्से हैं,
फाड़ कर फेंक देना इन्हें ये इश्क़ के झूठे किस्से हैं…!!!
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँख से आंसू
जब भी तुम ख्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देती हो..
रहता हूं किराये के घर में
रहता हूं किराये के घर में…
रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं….
मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी…
बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं….
जल जायेगा ये मेरा घर इक दिन…
फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं….
खुद के सहारे मैं श्मशान तक भी ना जा सकूंगा…
इसीलिए जमाने में दोस्त बनाता हूँ ।
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता,
बातचीत किसी से भी हो, ख्याल तेरा ही रहता है…!!!
एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी
एक बार आना है तेरे शहर में जिन्दगी,
देखूँ तो सही,
बेवफाओं का शहर होता कैसा है…!!!
जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया
जिस जिस को मिली खबर सबने एक ही सवाल किया…
तुमने क्यों की मुहब्बत तुम तो समझदार थे…
अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो
अभी सूरज नही डुबा जरा सी शाम होने दो
मैँ खुद लौट जाऊँगा मुझे नाकाम तो होने दो
मुझे बदनाम करने का बहाना ढुँढता है जमाना
मैँ खुद हो जाऊँगा बदनाम पहले नाम तो होने दो