वक़्त आने पर बता देंगे तुझे ऐ आसमाँ
हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है
Category: जिंदगी शायरी
ग़मों को मुझसे एक चाहत सी हो गई है
ग़मों को मुझसे एक चाहत सी हो गई है,
मैं उदास नहीं, उदास रहने की आदत सी हो गई…
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में,
बस कोई अपना नजऱ अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता |
देखकर किसी का दर्द जो आह
देखकर किसी का दर्द जो आह. . निकल जाती हैँ……
बस इतनी सी बात आदमी को इन्सान बनाती हैँ
ना गम है तू
ना गम है तू…. ना खुशी है तू…,,,
मेरी उम्र भर की बस एक कमी है तू….!!!!!
आत्मा नाम ही रखती है
आत्मा नाम ही रखती है न मज़हब कोई
वो तो मरती भी नहीं सिर्फ़ मकाँ छोड़ती है
बेटियों का बाप भी कितना मजबूर होता है
बेटियों का बाप भी कितना मजबूर होता है,
शहर के आवारा गिद्धों का कुछ बिगाड नही सकता….
उसे अपने परियों के पंख ही कुतरने पड़ते है…!!!
तू चेहरे पर बढ़ती सिलवटों की परवाह न कर
तू चेहरे पर बढ़ती सिलवटों की परवाह न कर,
हम लिखेंगें तुझे अपनी शायरी में हमेशा ही जवां…!!!
जिंदगी में कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता
जिंदगी में कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता,
बचपन खोया तब जाकर जवानी मिली…!!!
नाराजगी नींदों की
नाराजगी नींदों की…..
कशमकश ख्यालों की….