बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो,
…
अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
Category: जिंदगी शायरी
जिंदगी बेवफा सी
पास रहकर, जुदा सी लगती है ,जिंदगी बेवफा सी लगती है..!!!
मै तुम्हारे बगैर भी जी लूँ , ये दुआ बद दुआ, सी लगती है .!!!
नाम उसका लिखा है आँखों में,आसुओं की ख़ता सी लगती है.!!!
वो भी इस तरफ से गुज़रा है, ये ज़मी आसमां सी लगती है .!!!
प्यार करना भी जुर्म है शायद आज, दुनिया खफ़ा सी लगती है .!!!
पास रहकर जुदा सी लगती है ,जिंदगी बेवफा सी लगती है ..!!!
सोने नही देती
लोग अक्सर शोर से उठ जाते है
मुझे तो उसकी ख़ामोशी सोने नही देती…………
मुश्किल वक़्त पे
मुझे जानू कहने वाली गर्ल फ्रेंड
नही भी मिली तो चलेगा पर…….
मुश्किल वक़्त पे भाई कहने वाला दोस्त होना चाइये….
नही है शिकवा
नही है शिकवा हमे किसी की बेरुखी से..
शायद हमे ही नही आता दिलो में घर बनाना..
मेरी सादगी से
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर…!!
पैसौ की अमीरी तो आम बात है ..
दिल की अमीरी खुदा किसी किसी को देता है.
खुद को इश्क से
वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझती रही,
नादान इतना नही समझी कि इश्क चेहरे से नही नजरों से शुरू
होता है..!!
किसी गरीब को
किसी गरीब को मत सताना। वो तो बस रो देगा पर…
उपरवाले ने सुन लिया तो तू अपनी हस्ती खो देंगा..
कहीं भी नहीं मिले
आखिर थक हार के, लौट आया मैं बाजार-ए – दुनिया से
.
.
कि यादों को बंद करने के ताले, कहीं भी नहीं मिले___!!
दिखती भीड़ है
अजीब तरह के,
इस दुनीयाँ में मेले है… !
दिखती भीड़ है और,
चलते सब अकेले है… !!