मैं मिट जाउंगा तो याद करोगे ,
फिर शिकायतें किससे बार बार करोगे…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मैं मिट जाउंगा तो याद करोगे ,
फिर शिकायतें किससे बार बार करोगे…
रहते थे कभी जिनके दिल में,
हम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्हीं के कूंचे में हम,
आज गुनहगारों की तरह|
इश्क ने पैगाम भेजा है जनाब,
कोई है जो रह गया हो बर्बाद होने से..
कीमत तो खूब बड़ गई शहरों मे धान की..
बेटी विदा न हो सकी फिर भी किसान की..
दर्द हो दिल में तो दवा कीजे
दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजे|
दिल मे मोहब्बत दोनो की बराबर रही,
मैने छुपाया नही, तुने बताया नही….
ये जिदंगी तमन्नाओं का गुलदस्ता ही तो हैं…..
कुछ महकती हैं ,कुछ मुरझाती हैं और कुछ चुभ जाती हैं ..
किस्मत ने भी क्या खूब करिश्मा फरमाया है।
यार तो आया है पर उसे प्यार नहीं आया है॥
दिल ने जिसे चाहा हो क्या उस से गिला रखना
उस के लिये होंटों पर हर वक्त़ दुआ रखना |
आँधियाँ हसरत से अपना सर पटकती रह गयीं,
“बच गए वो पेड़ जिनमे हुनर झुकने का था |