अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था !
कभी उदास बेठे हो तो बताना…
पगली हम फिर से दिल दे देंगे खेलने के लिए
हमने गुज़रे हुए लम्हों का हवाला जो दिया,
हँस के वो कहने लगे रात गई बात गई|
मत कर इतना गुरुर खुद पर…
हमने चाहना छोड़ दिया…
तो लोग पूछना भी छोड़ देंगे|
जिन्दगी ने सवालात बदल डाले, वक्त ने हालात बदल डाले,
हम तो आज भी वही हैं जो कल थे,
बस लोगों ने अपने ख्यालात बदल डाले।
झूठी मोहब्बत वफा के वादे साथ निभाने की कस्मे,
कितना कुछ करते है लोग सिर्फ वक्त गुजारने के लिए..
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं;
अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं;
इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे;
मल्हम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं!
इरादा कत्ल का था तो मेरा सर कलम कर देते
क्यू इश्क मे डाल कर तुने हर साँस पर मौत लिख दी..!!
मेरे चेहरे से मेरा दिल नहीं पढ़ पाओगे तुम
मुझे आदत है हर बात पे मुस्कुरा देने की …!!!!
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,
जो इतना दर्द मिला,
ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,
तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।