इंसान को बोलना

इंसान को बोलना सीखने में दो साल लगते हैं,
लेकिन
कोनसा लफ्ज़ कहाँ बोलना है,
ये सीखने में पूरी ज़िन्दगी गुजर जाती है

मुझे मालूम है

मुझे मालूम है मेरी किस्मत में नहीं हो तुम लेकिन ..।

मेरे मुकद्दर से छुपकर मेरे एक बार हो जाओ ..।