हमेशा नहीं रहते
सभी चेहरे मुखौटो में ….!!!
हर एक किरदार खुलता है कहानी ख़तम होने पर….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हमेशा नहीं रहते
सभी चेहरे मुखौटो में ….!!!
हर एक किरदार खुलता है कहानी ख़तम होने पर….!!
हमदर्दियाँ ज़नाब मुझे काटती है
अब,यूँ खामख़्वाह मिज़ाज़ ना पुछा करें|
आज अल्फ़ाज़ नहीं मिल रहे साहिब
मोहब्बत लिख दिया है,महसूस कीजिए |
माँ जब फूंक से चूल्हा सुलगाती थी……
मेरी रोटी भी साँस लेती थी……
हर जगह हर शहर हर मका में
धूम है उस की मौजूदगी मौजूद है|
कुछ ‘ख्वाहिशों का अधूरा’ रह जाना ही ठीक है
जिन्दगी ‘जीने की ख्वाहिश’ बनी रहती है…
गजब सी आग तेरे दीवाने में है,
कल तेरी यादों से ज़मानत पे छुटा..
आज फिर तेरी यादों के थाने में है…..!!
आवाज गूँजती है कानों में उसकी…
जिसे खामोशी पहने अरसा हो गया…
मै तो कागज पर लिखता रहा
ना जाने कैसे उसके दिल पर छपता रहा!..
हादसे से बड़ा हादसा ये हुआ,
लोग ठहरे नहीं हादसा देख कर ।