न पूछा कर

न पूछा कर औरो से हाल मेरा..

.ए बेवफा ..,

इतनी ही फ़िक्र होती तो ..तू साथ होती.. तेरी यादे नहीं…

जो बनाई है

जो बनाई है तिरे काजल से
तस्वीरे-मुहब्बत,

अभी तो प्यार के रंग से सजाया ही कहाँ है..!

बारिश में रख दो

बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को,
कि धुल जाए स्याही,
ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का
मन करता है कभी- कभी।।