ख़ामोशी फितरत हमारी

समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितने फसाद होते, हकीक़त हो जाते ख्वाब सारे तो सोचो कितने फसाद होते.. किसी के दिल में क्या छुपा है बस ये खुदा ही जानता है, दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितने फसाद होते.. थी ख़ामोशी फितरत हमारी तभी तो बरसों निभा गई, अगर हमारे मुंह में भी… Continue reading ख़ामोशी फितरत हमारी

मेरी मुस्कान पर

लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर; मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की; जब जहाँ जो मिला, अपना लिया – जो न मिला, उसकी ख्वाहिश न की…!!!

जिंदगी देकर भी

खरीद सकते उन्हें तो अपनी जिंदगी देकर भी खरीद लेते , पर कुछ लोग “कीमत” से नही “किस्मत” से मिला करते हैं…

चढ़ने दो अभी

चढ़ने दो अभी और ज़रा वक़्त का सूरज हो जायेंगे छोटे जो अभी साये बड़े हैं ।

कलाकारी करते करते

थक गया है गम भी अपनी कलाकारी करते करते, ऐ खुशी तु भी अपना किरदार निभा दे जरा।

लफ्जों मे जिंदगी

कीतने कम लफ्जों मे जिंदगी को बयाँ करुँ ? लो तुम्हारा नाम लेके किस्सा तमाम करुँ !!

ताकत दवाओं की

परखता रहा उम्र भर, ताकत दवाओं की, दंग रह गया देख कर, ताकत दुआओं की!!?

कमबख्त ये ज़िंदगी

जो लम्हा साथ हैं, उसे जी भर के जी लेना, कमबख्त ये ज़िंदगी, भरोसे के काबिल नहीं होती…

इन्तजार करना जानते

जो सब्र के साथ इन्तजार करना जानते हैं, उनके पास हर चीज किसी न किसी तरीके से पहुंच जाती है ।।

जिंदा दिली से चलती है..

कशिश हो तो दुनियां मिलने को मचलती है, जिन्दगी शर्तो से नहीं जिंदा दिली से चलती है..

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