दीपक बोलता नहीं

दीपक बोलता नहीं उसका
प्रकाश परिचय देता है ।
ठीक उसी प्रकार…
आप अपने बारे में कुछ न बोले,
अच्छे कर्म करते रहे
वही आपका परिचय देगे

कुछ सीख लो

कुछ सीख लो आइने से.. मोहब्बत का हुनर..
जो तोड़ने वाले का अक्श भी बसा लेता है खुद में

कुछ मीर के

कुछ मीर के अब्यात थे कुछ फ़ैज़ के मिसरे
इक दर्द का था जिन में बयाँ याद रहेगा