शब्द तो शोर है

शब्द तो शोर है तमाशा है
भाव के सिन्धु में बताशा है…
मर्म की बात होंठ से न कहो …
मौन ही भावना की भाषा है

अजब ये है

अजब ये है कि मोहब्बत नहीं की अब तक;
ग़ज़ब ये है कि फिर भी शायरी का हुनर रखते हैं…

न रूठना हमसे

न रूठना हमसे हम मर जायेंगे दिल

की दुनिया तबाह कर जायेंगे

प्यार किया है हमने कोई मजाक नहीं दिल

की धड़कन तेरे नाम कर जायेंगे|